यूँ तो दशरथ पुत्र चारों शूर और विद्वान थे
किन्तु उन चारों में भी श्रीराम परम महान थे पिता के भक्त, विद्या में निपुण, लोगों को प्यारे यूँ ही नहीं श्रीराम में दशरथ के बसते प्राण थे |
Author - Architलाभस्तेषां जयस्तेषां कुतस्तेषां पराजयः I येषामिन्दीवरश्यामो हृदयस्थो जनार्दनः II Archives
February 2019
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