जो सृष्टि की उत्पत्ति और प्रलय के कारण हैं, रावण और राम दोनों के आराध्य, अर्जुन को दिव्यास्त्र प्रदान करने वाले, भगवान कृष्ण के भी आराध्य, महामुनि मार्कण्डेय की मृत्यु से रक्षा करने वाले, जिनकी कृपा से दधीचि को वज्र समान अस्थियाँ प्राप्त हुई और जिनकी कृपा से शुक्राचार्य को मृतसंजीवनी विद्या का ज्ञान हुआ ऐसे महादेव का स्मरण करते हुए इस लेख का आरम्भ करता हूँ.
आज महाशिवरात्रि है और भांग पीने वालों के लिए भोलेनाथ के नाम पर भांग पीने का बहुत अच्छा बहाना है. महादेव के इस प्रसाद को कोई ठंडाई में मिलाकर गिलास पर गिलास गटक जाता हैं तो कोई भांग की गोली खाना पसंद करता है. इन्टरनेट के माध्यम से लोग तरह तरह के सन्देश भी प्रसारित करने में लगे हैं, जैसे -
१) खुशबू आ रही है कहीं से गांजे और भांग की शायद खिड़की खुली रह गयी है मेरे महाकाल के दरबार की हर हर महादेव २) दूध पीने से अगर बुद्धि आती तो गाय और भैंस के बच्चे वैज्ञानिक होते वहम से बचो, भांग पियो भांग हर हर महादेव |
Author - Architलाभस्तेषां जयस्तेषां कुतस्तेषां पराजयः I येषामिन्दीवरश्यामो हृदयस्थो जनार्दनः II Archives
November 2020
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